रुपए में ऐतिहासिक गिरावट! 90 के पार
3 दिसंबर, 2025 को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया के मूल्य में ऐतिहासिक गिरावट दर्ज की गई। यह प्रथम अवसर है जब रुपया एक डॉलर के मुकाबले 90 के पार चला गया। विशेषज्ञ इसका मुख्य कारण विदेशी बड़े निवेशकों द्वारा अपना पैसा बाहर ले जाने, कच्चे तेल की कीमतों का बढ़ना और भारत-अमेरिका व्यापार समझौते से संबंधित अनिश्चितता को मान रहे हैं।
भारत अपनी आवश्यकता का 80% से अधिक कच्छा तेल, इलेक्ट्रॉनिक्स, उर्वरक और खाने के तेल जैसी चीजों के लिए भी भारत विदेशी आयात पर निर्भर हैं। आता हेतु डॉलर में मूल्य चुकाया जाता है। जब रुपया कमजोर होता है, तो इन सभी आयातित चीजों की कीमतें बढ़ जाती हैं। यानी, पहले का समान वस्तु के आयात पर अधिक डॉलर खर्च करना पड़ता हैं।
